लखनऊ: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है, तो वहीं गैस रीफीलिंग से लेकर गैस सिलेंडर लेने के लिए अन्य दुकानों के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। इतना ही नहीं कई मरीजों की जान भी ऑक्सीजन की कमी की वजह से जा रही है।
इन सबके बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑक्सीजन के संबंध में सख्त आदेश दिए हैं। सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि अगर कोई ऑक्सीजन सिलेंडर लेने जाता है तो डाक्टर की पर्ची दिखाने पर ही उसे सिलेंडर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि रेमेडेसिवर, जीवन रक्षक दवाओं तथा ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों पर गैंगस्टर, एनएसए लगाया जायेगा और ऐसे लोगों की सम्पत्ति भी जब्त की जायेगी।
बता दें कि प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने जानकारी देते हुए बताया कि अनावश्यक रूप से हर आदमी आक्सीजन के पीछे न भागें, जिसे डाक्टर ने आक्सीजन की आवश्यकता बताया है, उसे ही आक्सीजन उपलब्ध कराई जाएगी। आगे उन्होंने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश के जिलों में कोविड बेड बढ़ाने का कार्य भी किया जा रहा है, जिसके तहत 200-200 बेड बढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आक्सीजन नियंत्रित करने के लिए कन्ट्रोल रूम बनाया गया है, आक्सीजन की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है, लेकिन आक्सीजन की व्यवस्था निरन्तर की जा रही है।
इतना ही नहीं ऑक्सीजन पर नियंत्रण के लिए एक नया साफ्टवेयर लगाया गया है, जिसके माध्यम से अस्पतालों को कब और कैसे कितनी आक्सीजन जा रही है, इसके लोकेशन को ट्रैक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति नहीं आने दी जा रही है कि कहीं भी आक्सीजन की वजह से किसी मरीज को परेशानी का सामना करना पड़े। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा ऑक्सीजन को लेकर अफवाह बनाई जा रही है और सोशल मीडिया पर पैनिक फैलाने की कोशिश की जा रही है, जिसपर सरकार लगातार नजर रख रही है।
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