लखनऊ: मऊ सदर विधानसभा सीट से विधायक मुख्तार अंसारी इन दिनों बांदा जेल में बंद है। यहां कई दिनों से मुख्तार द्वारा जेल में मच्छरदानी व अन्य मूलभूत चीजों की आवश्यकता थी, जिसके लिए मुख्तार के वकील द्वारा आवेदन भी दिया गया था। वहीं अब विधायक मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में मच्छरदानी और कूलर की सुविधा मिल गई है।
बता दें कि फर्जी लाइसेन्स से असलहा दिलाने के मामले में बुधवार को मुख्तार की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी हुई। पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी ने अदालत को बताया कि उसे बेड अभी तक नहीं मिला है। साथ ही मुख्तार की अभी तक फिजियोथेरेपी भी नहीं कराई जा रही है। इस पर अदालत ने जेल से रिपोर्ट तलब की है। कोर्ट ने मुख्तार की सुनवाई के लिए 21 मई की अगली तारीख नियत की है।
बता दें कि मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता दारोगा सिह ने 11 अप्रैल को ऑनलाइन आवेदन करते हुए कहा था कि मुख्तार अंसारी ब्लड प्रेशर, शूगर, हाईपरटेंशन और कमर दर्द से काफी परेशान है। साथ ही बांदा जेल में काफी गर्मी है। डाक्टरों की टीम ने उन्हें तख्त, कूलर व मच्छरदानी उपयोग करने की सलाह दी है। इस पर प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जेल अधीक्षक बांदा को आदेशित किया था कि डाक्टर की सलाह व जेल मैनुअल के अनुसार बन्दी को हार्ड बेड, कूलर और मच्छरदानी उपलब्ध करायी जाय।
वहीं बुधवार को मऊ में प्रभारी सीजेएम सन्तोष कुमार वर्मा के सामने बांदा जेल से मुख्तार अंसारी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी हुई। पेशी के दौरान अदालत मे आयी रिपोर्ट के अनुसार मुख्तार को जेल में कूलर व मच्छरदानी उपलब्ध करा दी गयी है। साथ ही वहां पर हार्ड बेड के रूप में सीमेंटेड चबूतरा और बिस्तर पहले से उपलब्ध है। जेल आख्या के अनुसार बेड केवल जेल अस्पताल व उच्चतर श्रेणी कैदी को ही जेल मैनुअल के अनुसार दिया जाता है।
अदालत द्वारा पूछे जाने पर मुख्तार अंसारी ने बताया कि उसे मच्छरदानी और कूलर मिल गये हैं, लेकिन बेड नही मिला है और न ही थेरिपी करायी जा रही है, जबकि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश है। इस पर अदालत ने उक्त आदेश व रिपोर्ट तलब की।
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