मऊ: देश के उत्तर पूर्वी हिस्से में यास चक्रवात की वजह से तेज बारिश हो रही है। वहीं बारिश की वजह से कई जगहों पर भारी जान-माल का भी नुकसान हुआ है। उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में यास चक्रवात की वजह से ज्यादा नुकसान हो रहा है। ऐसे में चक्रवात और बारिश के दौरान वज्रपात से बचाव के लिए इन उपायों का प्रयोग कर सकते हैं।
वज्रपात से बचाव के लिए क्या करें, क्या न करें-
- शरीर के बालों का खड़ा होना तथा त्वचा में झुरझुरी महसूस होना संकेत है कि आपके आसपास बिजली गिरने वाली है।
- रबर सोल के जूते व टायर से सुरक्षा मिलती है।
- बिजली गिरने को खिड़की से न देखें।
- बादलों की गड़गड़ाहट होने या बिजली चमकने पर सुरक्षित स्थान पर जाएं
- आसमान में बिजली चमकने के दौरान घर में फ्रिज, कम्प्यूटर, टेलीविजन से बिजली डिस्कनेक्ट कर दें।
- वज्रपात के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग न करें।
- बिजली चमकने के दौरान लम्बे पेड़, खंबो या धातु की वस्तुओं से दूर रहें।
- वज्रपात से घायल व्यक्ति को तत्काल अस्पताल ले जाएं।
- कंक्रीट की फर्श पर न लेटें तथा कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें
- क्षतिग्रस्त इमारत में न जाएं।
- उबला हुआ या क्लोरीनयुक्त पानी पीएं।
इसे भी पढ़ें– ‘यास चक्रवात’ को लेकर मौसम विभाग ने चेताया, यूपी में आज से दिखेगा असर