लखनऊ: यूपी में इन दिनों पुलिस व्यवस्था में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब यूपी के चार और शहरों में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू करने पर विचार किया जा रहा है। इसे लेकर सीएम योगी ने समीक्षा के निर्देश भी दिए हैं। बताया जा रहा है कि दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में यह प्रणाली लागू की जा सकती है। वहीं यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही दो और शहरों में कमिश्नरेट लागू करने की योजना है।
इस मामले में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मौजूदा समय में लागू पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था वाले शहरों लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और नोएडा की समीक्षा की जा रही है। DGP मुख्यालय में एक कमेटी पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था की कमियां और सुधार के संबंध में मन्थन कर रही है। DGP खुद पुलिस कमिश्नरेट के एक-एक शहरों की समीक्षा कर रहे हैं। शहरों से मिल रहे सकारात्मक परिणामों को देखते हुए गाजियाबाद, प्रयागराज, आगरा व मेरठ में यह व्यवस्था लागू करने पर विचार किया जा रहा है।
वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद लखनऊ और नोएडा में महिला सुरक्षा को लेकर नया प्रयोग किया गया। दुष्कर्म पीड़िता व छेड़छाड़ पीड़िता की मदद के लिए हर समय एक पुलिस वाले की जिम्मेदारी तय की गई। पीड़िताओं के पास उनका नंबर होता है। इससे आरोपी अगर अपराध दोहराने का प्रयास करते हैं, तो उन पर नकेल कसी जा सकती है। उन्होंने कहा कि, प्रदेश के जिन चार शहरों में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू हुई है, वहां पुलिस के बारे में लोगों की धारणा में बदलाव आया है और अपराध में भी कमी आई है।
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