मऊ : जिले के सदर विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक और बांद जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के करीबियों पर पर योगी सरकार ने शिकंज कसना तेज कर दिया है। शनिवार 25 सितंबर को मऊ जिला प्रशासन ने मुख्तार के करीबी और ठेकेदार उमेश सिंह के शॉपिंग मॉल पर बुलडोजर चला दिया। मऊ प्रशासन की मानें तो यह मॉल अवैध रूप से निर्मित किया गया और कई वर्षों से संचालित हो रहा था। इस मॉल की अनुमानित कीमत लगभग 10 करोड़ रुपए है।

बता दें कि ध्वस्तीकरण की यह कार्रवाई सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर हुई। कोतवाली स्थित भीटी त्रिदेव कंट्रक्शन की एक मॉल सिटी मेगा मार्ट के नाम से चल संचालित की जा रही थी। जिस पर मऊ सिटी मजिस्ट्रेट के न्यायालय में अवैध तरीके से निर्माण करने का मुकदमा स्टेट बनाम उमेश सिंह, अजय सिंह, विजय सिंह, विनय सिंह के विरुद्ध चल रहा था। जिसकी सुनवाई करते हुए शुक्रवार को कोर्ट ने ध्वस्तीकरण का आदेश जारी किया।

आदेश के क्रम में शनिवार सुबह शहर कोतवाली क्षेत्र के भीटी में बने मेगा मार्ट के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई। एडीएम के हरि सिंह, सीओ सिटी धनंजय मिश्रा, ईओ नगर पालिका दिनेश कुमार, शहर कोतवाल डीके श्रीवास्तव, सहित नगर पालिका कर्मचारी और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे। इस संबंध में सीओ सिटी धनजंय मिश्रा ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश के क्रम में अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया जा रहा है।

बता दें कि मुख्तार अंसारी गिरोह के करीबी और त्रिदेव ग्रुप के मालिक कोयला माफिया उमेश सिंह मन्ना सिंह हत्याकांड में आरोपी है। मऊ प्रशासन इससे पहले भी कई मौके पर उमेश की करोड़ों रुपये की संपत्ति को सीज कर जब्त कर चुकी है। बीते वर्ष अक्तूबर माह में कोपागंज थाना क्षेत्र के अदरी स्थित त्रिदेव धर्म कांटा व कोल डिपो को जिला प्रशासन ने जब्त किया था। उमेश सरायलखंसी थाने के अहिलाद गांव का निवासी है।

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