लखनऊ : यूपी में करीब चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट विस्तार कर दिया गया है। इसके लिए जून तथा जुलाई में ही चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया था। अगस्त के अंतिम हफ्ते में मंत्रियों के नाम के साथ ही शपथ लेने की तारीख भी तय होने लगी थी। वहीं अब योगी कैबिनेट के विस्तार के बाद सभी तरह की अटकलों पर विराम लग गया है।
योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में एक ब्राह्मण मंत्री जितिन प्रसाद सहित छह अन्य विधायकों को शपथ दिलाई गई है। ये छह लोग एससी-ओबीसी जाति वर्ग से आते हैं। बता दे कि जितिन प्रसाद के अलावा, मंत्री पद की शपथ लेने वालों में पलटू राम, संजीव कुमार, संगीता बिंद, दिनेश खटिक, धर्मवीर प्रजापति और छत्रपाल गंगवार शामिल हैं। यूपी मंत्रिमंडल में एक कैबिनेट मंत्री और छह राज्यमंत्रियों के रूप में सात नए चेहरों को को जगह मिली है।
2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हुए विस्तार में पिछड़े, दलित वर्ग को प्रतिनिधित्व देकर सामाजिक समीकरण को साधा है। इसके अलावा पश्चिमी यूपी और पूर्वांचल को जगह देकर क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कोशिश गई है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सबसे पहले कैबिनेट मंत्री के रूप में जितिन प्रसाद को शपथ दिलाई। जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। जितिन हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। वह मनमोहन सिंह की केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
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