लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों में दो बहनें एक साथ पढ़ रही हों तो एक की फीस माफ हो। अगर निजी स्कूल ऐसा नहीं करते हैं तो संबंधित विभाग एक छात्रा की फीस का प्रबंध करें। इसके लिए जिला स्तर पर नोडल अफसर बनाए जाएं।
बता दें कि गांधी जयंती के अवसर पर लोकभवन में आयोजित छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेश के एक लाख 51 हजार छात्रों के अकाउंट में छात्रवृत्ति भेजी। इस दौरान उन्होंने 30 नवंबर तक सभी पात्र छात्रों को मिशन मोड में छात्रवृत्ति वितरण का काम पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज देश के दो महान योद्धाओं का जन्मदिन है। मैं गांधी जी और शास्त्री जी को नमन करता हूं। गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के बल पर देश को आजाद करवाया। 2014 में दो अक्तूबर को ही स्वच्छ भारत मिशन का प्रारंभ किया गया था। यह इस मिशन का ही परिणाम है कि हमने इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों पर 99 प्रतिशत तक काबू पा लिया है। प्रदेश के 38 जिलों में ये बीमारी 97 प्रतिशत तक नियंत्रित हो चुकी है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के तत्काल बाद एससी, एसटी, ओबीसी और माइनॉरिटी को वोट बैंक तो माना गया पर सत्ता के गलियारों में उनकी आवाज को अनसुना कर दिया गया पर आज उन्हें विकास का लाभ मिल रहा है। देश व प्रदेश के हर व्यक्ति की जाति व धर्म देखे बिना कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें दिया जा रहा है। वहीं, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और पीएम नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप काम होने से तेजी से विकास हो रहा है।
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