लखनऊ : अफ्रीका में कोरोना के नए वैरियंट ओमीक्रॉन के मिलने के बाद प्रदेश सरकार ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग सहित उन सभी देशों से आने वालों के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, जिन्हें केंद्र सरकार ने एट-रिस्क यानि खतरे वाली सूची में शामिल कर रखा है। इसे लेकर शनिवार की शाम चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने आला अधिकारियों सकी टीम के साथ ही प्रदेश के 75 जिलों के सीएमओ के साथ जूम मीटिंग की।
इस बैठक में अपर मुख्य सचिव ने महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के साथ कोरोना के नए वेरियंट पर चर्चा के साथ ही बारी-बारी से सभी जिलों में उपलब्ध मौजूदा स्वास्थ्य साधनों की समीक्षा की गई। इनमें आईसीयू, एनआईसीयू व अन्य बैड, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन प्लांट सहित तमाम अन्य चीजें शामिल थीं। इन सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के साथ ही आगामी तैयारियों की भी समीक्षा की गई। अधूरे कामों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। टीकाकरण के काम में और तेजी लाई जाएगी। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान जिस तरह जिला प्रशासन से समन्वय बनाया गया था, ठीक वैसे ही अब भी किया जाए।
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वहीं विदेश से आने वाले हर व्यक्ति पर पूरी नजर रखी जाए। केंद्र की मौजूदा गाइड लाइन के हिसाब से जिन देशों को खतरे वाली सूची में रखा गया है, वहां से आने वालों को सात दिन क्वारांटाइन किए जाने की व्यवस्था है। इसे फिर सख्ती से फॉलो करने को कहा गया है। इस सूची में यूरोपीय देशों में यूके के अलावा दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बावे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को रखा गया है।
इसी के साथ एयरपोर्टों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। वहां अब जांच और स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ाया जाएगा। विदेश से आने वाले यात्रियों की जांच और स्क्रीनिंग होगी। ऐसे सभी यात्री 15 दिन स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में रहेंगे। आगरा के अलावा प्रयागराज, वाराणसी और लखनऊ सहित प्रदेश में कई जगह काफी विदेशी आते हैं। वहां विशेष सतर्कता रहेगी।