जौनपुर: जिले की पुलिस ने मुठभेड़ में 1 लाख के इनामी बदमाश को मार गिराया है, जबकि उसका दूसरा साथी फरार हो गया। एनकाउंटर में दोनों बदमाशों द्वारा पुलिस पर AK-47 जैसे घातक अत्याधुनिक हथियार से फायरिंग करने की बात सामने आ रही है। इसमे 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हिस्ट्रीशीटर बदमाश सतीश सिंह प्रिंस पर करीब 2 दर्जन से अधिक लूट और हत्या जैसे संगीन अपराध के मामले दर्ज हैं। वहीं, बदमाश सतीश सजायाफ्ता कैदी था, जोकि बीते 12 सालों से फरार चल रहा था। फिलहाल, मुठभेड़ में घायल हुए पुलिसकर्मियों का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। हिस्ट्रीशीटर सतीश सिंह करीब 1 लाख का इनामियां और D-63 गैंग का सदस्य था। उसके पास से पुलिस ने मुठभेड़ मे एक AK-47, एक 9 MM पिस्टल, भारी मात्रा में गोलियां और एक बाइक बरामद की है।
जानकारी के मुताबिक, सरपतहां थाना पुलिस व एसओजी को मुखबिर से सूचना मिली कि सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मनिया गांव निवासी शातिर अपराधी सतीश कुमार सिंह प्रिंस मौजूद है। सूचना पर सीमावर्ती जिले सुल्तानपुर की भी पुलिस आ गई।घेराबंदी कर आत्मसमर्पण के लिए कहे जाने पर सतीश सिंह प्रिंस पुलिस टीम को लक्ष्य कर गोलियां चलाने लगा। इसमें दो सिपाही घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। सतीश सिंह प्रिंस गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी, सीओ शाहगंज अंकित कुमार भी मौके पर आ गए। जिला मुख्यालय से फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया।
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पुलिस घायल अपराधी व सिपाहियों को अलग-अलग वाहनों से उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गई। जिला अस्पताल में सतीश सिंह प्रिंस को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बता दें कि जौनपुर जिले के शातिर बदमाश सतीश सिंह पर जौनपुर समेत कई जिलों में हत्या, लूट जैसे कई दर्जन मामले दर्ज थे। सतीश हत्या के मामले में सजायाफ्ता कैदी था। वहीं, बीते साल 2010 में सतीश वाराणसी के चौबेपुर थाने से गैंगेस्टर एक्ट के तहत गाजीपुर में पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। तब से पकड़ा नहीं जा सका था।
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