मेरठ: बसपा सरकार के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मेरठ पुलिस ने याकूब कुरैशी के मीट प्लांट पर छापा मारा, जिसमें बिना अनुमति के मीट को प्रोसेस और पैक किया जा रहा था। पुलिस प्रशासन समेत आधा दर्जन से ज्यादा विभागों की कार्रवाई की जद में याकूब का परिवार फंस गया है।
बता दें कि खरखौदा क्षेत्र में स्थित अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को याकूब कुरैशी और उसके बेटे चलाते हैं। पुलिस प्रशासन ने एक गोपनीय सूचना पर इस फैक्ट्री में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें पोल्ट्री फार्म की आड़ में अवैध तरीके से मीट को प्रोसेस और पैक करके एक्सपोर्ट करने का धंधा चल रहा था। पुलिस की अचानक कार्रवाई से हड़कंप मच गया। इसके बाद पुलिस ने मौके पर मौजूद करीब 10 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया।
कार्यवाई को पूरा करने के लिए मौके पर प्रदूषण, बिजली, एमडीए, नगर निगम, खाद्य विभाग व पशुपालन विभाग की टीम को भी तलब किया। मौके से करीब 300 टन अवैध मांस भी बरामद किया गया। इस मामले में 12 घंटे से भी ज्यादा कार्रवाई चली। जिसके बाद याकूब कुरैशी, उसके दो बेटे और पत्नी समेत करीब 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।
इसे भी पढ़ें– गाजियाबाद में 25 लाख की लूट मामले के आरोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर
खाद्य विभाग में मीट के सैंपल गए जिसे टेस्टिंग के लिए भेजा जा रहा है। एमडीए विभाग बिल्डिंग के निर्माण को लेकर जांच में जुट गया है। वहीं मीट प्लांट पर बिजली के कनेक्शन की भी छानबीन शुरू कर दी गई है। प्रदूषण विभाग प्लांट से जुड़े दस्तावेज खंगाल रहा है। पुलिस अधिकारियों की माने तो जांच की जा रही है अगर खामियां पाई गई तो गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई की जा सकती है।
ऐसी ही महत्वपूर्ण खबरों के लिए लिंक पर क्लिक करें।