चेन्नई : तमिलनाडु के तंजावुर जिले में एक मंदिर की ओर से निकाली गई रथयात्रा के दौरान करंट लगने से 11 लोगों की मौत हो गई। ये लोग एक हाईटेंशन ट्रांसमिशन लाइन के संपर्क में आ गए थे। पुलिस ने बुधवार को बताया कि मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं। यह दुखद घटना कलीमेदु के समीप बुधवार तड़के हुई जब अप्पार मंदिर की रथयात्रा निकाली जा रही थी। यह दुर्घटना उस समय हुई जब रथ उत्सव के बाद मंदिर लौट रहा था।
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रथ को मोड़ा जा रहा था और इसी दौरान वह ऊपर से गुजर रहे बिजली के एक तार के संपर्क में आ गया, जिससे रथ में मौजूद लोगों को करंट लग गया। घटना में घायल हुए चार लोगों को तंजावुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। तिरुचिरापल्ली (मध्य क्षेत्र) के पुलिस महानिरीक्षक वी बालकृष्णन ने कहा कि तंजावुर जिले में मंदिर रथ उत्सव में रथ के बिजली के तार के संपर्क में आने से 14 अन्य घायल हुए हैं। मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
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तंजावुर के कलेक्टर दिनेश पोनराज ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल जाना और उनके प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने डॉक्टरों को उच्च स्तरीय उपचार देने के निर्देश भी दिए। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह घटना रथ के गंतव्य स्थान पर पहुंचने से 15 मिनट पहले हुई। बताया गया है कि रथ करीब 30 फीट ऊंचा था। वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और मंत्री अंबिल महेश पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए तंजावुर जाएंगे। तमिलनाडु सरकार ने पीड़ित परिवारों के लिए 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है।