काबुल: पूर्वी अफगानिस्तान में बुधवार को आए भूकंप में अब तक 1,000 लोगों की मौत हो गई है और 1,500 से अधिक लोग घायल हो गए। देश की सरकारी समाचार एजेंसी ने एक खबर में यह जानकारी दी। देश में दशकों में आया यह सर्वाधिक विनाशकारी भूकंप है। वहीं, अधिकारियों ने आशंका जताई कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
पाकिस्तान की सीमा के पास, एक ग्रामीण पर्वतीय क्षेत्र में आए 6.1 तीव्रता वाले भूकंप से हुए नुकसान के बारे में फिलहाल अधिक विवरण प्राप्त नहीं हो सका है, लेकिन इतने शक्तिशाली भूकंप से दूर-दराज के इलाकों में गंभीर नुकसान होता है, जहां घर और अन्य इमारतें अधिक मजबूत नहीं बनी हुई हैं और भूस्खलन होना आम बात है।
विशेषज्ञों ने भूकंप के केंद्र की गहराई महज 10 किमी बताई है, जो इससे हुए विनाश का दायरा बढ़ा सकता है। इस आपदा ने तालिबान नीत सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती पेश की है, जिसने पिछले साल सत्ता पर कब्जा कर लिया था। बचावकर्मी हेलीकॉप्टर से मौके पर पहुंचे, लेकिन तालिबान के सत्ता पर कब्जा कर लेने के बाद कई अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों के अफगानिस्तान से चले जाने के कारण इसमें दिक्कत आने की संभावना है।
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बख्तर समाचार एजेंसी ने मृतकों की संख्या (1,000) बताई है वह 2002 में उत्तरी अफगानिस्तान में आये भूकंप के बराबर है। वहीं, 1998 में अफगानिस्तान के उत्तर पूर्वी इलाके में 6.1 की तीव्रता वाले भूकंप में कम से कम 4,500 लोग मारे गये थे। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के भूकंप विज्ञानी रॉबर्ट सेंडर्स ने कहा कि विश्व के ज्यादातर स्थानों पर इतनी तीव्रता के भूकंप से काफी तबाही होती है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र होने के कारण भूस्खलन भी होने की आशंका है जिसके बारे में खबर आने तक हम कुछ नहीं कह सकते।