कानपुर: शहर में 3 जून को हुई हिंसा मामले में यूपी पुलिस की ओर से मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है। कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी के खिलाफ पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने रासुका के तहत यह कार्रवाई की है। इसके साथ ही कानपुर हिंसा के लिए फंडिंग में आरोपी वसी, बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार, अकील और शफीक पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। डीएम विशाख और सीपी विजय सिंह मीणा ने यह जानकारी दी है।

बता दें कि कानपुर के बेकनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बीती 3 जून को हुई हिंसा मामले में कमिश्नरेट पुलिस और जिला प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई के बाद घटना के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस कमिश्नर विजय मीणा ने 4 दिन पहले दिए इस मामले में सभी साक्ष्य एकत्रित कर जिलाधिकारी के पास फाइल भेज दी थी। इसके बाद जिलाधिकारी ने भी इस पर आधिकारिक मुहर लगा दी और एनएसए के तहत कार्रवाई की मंजूरी दे दी।

इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर विजय मीणा ने कहा कि बीती 3 जून को हुई हिंसा में जिस तरह सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने का काम किया गया था। इस मामले में पुलिस ने सख्ती के साथ कार्रवाई करते हुए 60 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस हिंसा में क्राउड फंडिंग करने वाले 4 आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है, जिनमें बाबा बिरयानी के मालिक भी शामिल हैं।

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उन्होंने बताया कि इनके अलावा, क्राउड फंडिंग के आरोपी मोहम्मद बशी (शहर का नामी बिल्डर), ऑडियो गैंग का अपराधी अकील खिचड़ी समेत सफीक पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। पुलिस कमिश्नर के बयान के बाद जिलाधिकारी कानपुर नगर विशाख ने कहा कि पुलिस कमिश्नर की संस्तुति के बाद मेरे द्वारा भी मुख्य आरोपी पर एनएसए की कार्रवाई की संस्तुति कर दी गई है।

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