जम्मू: जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद सहित केंद्र शासित प्रदेश में कांग्रेस के करीब 64 वरिष्ठ नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इन नेताओं ने अपना संयुक्त त्याग पत्र कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है। यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ताराचंद, पूर्व मंत्री अब्दुल माजिद वानी, मनोहर लाल शर्मा, घरु राम और पूर्व विधायक बलवान सिंह सहित अन्य नेताओं ने कांग्रेस से अपने इस्तीफे की घोषणा की।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से अपना नाता तोड़ लिया। वह पार्टी में पांच दशक तक जुड़े रहे। उन्होंने दावा किया था कि पार्टी ‘व्यापक रूप से नष्ट’ हो चुकी है। आजाद ने इसके पूरे परामर्श तंत्र को कथित तौर पर ‘ध्वस्त’ करने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की थी। बलवान सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में त्याग पत्र पढ़ते हुए कहा, हम दशकों से पार्टी से जुड़े हुए थे और अपनी पूरी ऊर्जा और संसाधन जम्मू कश्मीर में पार्टी का विस्तार करने में लगाया, लेकिन दुर्भाग्य से हमने पाया कि जिस तरह का व्यवहार किया जा रहा है वह अपमानजनक है। इस पत्र पर कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई के 64 नेताओं और वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किए हैं।
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पत्र में कहा गया है,हमारे नेता और पथप्रदर्शक गुलाम नबी आजाद ने आपको (सोनिया गांधी को) लिखे पत्र में मुद्दों को गिनाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हमारा मानना है कि हमें भी कांग्रेस से बाहर चले जाना चाहिए ताकि एक सकारात्मक राजनीतिक समाज निर्मित करने में कुछ उपयोगी योगदान दे सकें, जहां लोगों की बात सुनी जाए और जवाब भी दिया जाए। आजाद ने घोषणा की है कि वह जल्द ही वह जम्मू कश्मीर में एक पार्टी गठित करेंगे जो राष्ट्रीय स्तर की होगी।
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