पुलिस के मुताबिक, आजम खान 23 सितंबर को दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में थे। आजम खान ने बिना कोई वजह बताए सुरक्षाकर्मियों को वापस जाने को कह दिया, जिसके बाद से उनकी कोई जानकारी पुलिस के पास नहीं है। वहीं, सपा विधायक अब्दुल्ला आजम अपने सुरक्षाकर्मी को छोड़कर ‘गायब’ हो गए। उनका गनर 22 सितंबर से उन्हें ढूंढ रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अब दोनों पिता-पुत्र विधायकों को लेकर पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि जब वे सुरक्षा को वापस लेना चाहेंगे उन्हें सुरक्षा दी जाएगी।
इस संबंध में रामपुर के अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संसार सिंह ने कहा कि विधायक आजम खान के पास तीन गनर थे। उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। तीनों गनर ने आकर पुलिस लाइन में बताया कि 23 सितंबर को वह दिल्ली में थे और गंगा राम हॉस्पिटल में मोहम्मद आजम खान की सुरक्षा में तैनात थे। उन्हें वहां से कहा गया कि तुम लोग को वापस रामपुर चले जाओ हमें तुम्हारी जरूरत नहीं है। तीनों गनर वापस आ गए हैं, लेकिन अगर आगे उन्हें सुरक्षा की जरूरत होगी तो उन्हें उपलब्ध करवा दी जाएगी।