बीते 9 सितंबर को जिला पंचायत ने सपा जिलाध्यक्ष को नगर कार्यालय खाली करने के लिए नोटिस दिया था। इसके बाद 3 दिन का समय देकर कार्यालय खाली करने के लिए कहा गया। कार्यालय खाली नहीं हुआ तो भारी पुलिस बल की मौजूदगी में प्रशासनिक अधिकारियों ने 12 सितंबर को नगर कार्यालय खाली करवा लिया। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी ओपी सिंह ने बताया कि नगर कार्यालय खाली होने के बाद मलबा नीलामी की कार्रवाई कराई गई।
इसी के तहत गुरुवार को नगर कार्यालय परिसर में खड़े जीर्ण शीर्ण भवनों को गिराया गया। इनका मलबा अगले दो दिनों में साफ कराया जाएगा। इस स्थल पर जिला पंचायत शहरवासियों के लिए बड़ा बहुउद्देशीय मॉल तैयार कराएगी। इसके लिए सरकार के यहां पंजीकृत 18 नामी कंपनियों की मदद ली जा रही है। मलबा की सफाई होने के बाद यह कंपनियां सर्वे करेंगी और नक्शा तैयार किया जाएगा। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
इस संबंध में सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव का कहना है कि जिला पंचायत ने 99 साल का पट्टा दिया था। अगस्त 2022 तक का पार्टी ने किराया भी जमा किया है। इस मामले को लेकर पार्टी ने हाईकोर्ट में एक रिट भी दायर की है।