इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को चुनाव आयोग से बड़ा झटका लगा है। आयोग ने इमरान खान को 5 सालों के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है जिससे उन्हें अपनी सीट गंवानी पड़ सकती है। हालांकि इमरान के खास फवाद चौधरी ने कहा है कि चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती दी जाएगी। दरअसल, पाकिस्तान में विदेशी नेताओं से मिलने वाले किसी भी गिफ्ट को सरकारी खजाने में जमा कराना होता है, लेकिन इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने इन बेशकीमती उपहारों के बारे में सही जानकारी छिपाई और अधिकारियों को गुमराह किया।
सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार के सांसदों ने अगस्त में पाकिस्तान के चुनाव आयोग के समक्ष में इमरान खान के खिलाफ एक मामला दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि इमरान ने उपहार में मिली 3 बेशकीमती घड़ियां स्थानीय डीलर को 15.4 करोड़ रुपए से अधिक कीमत में बेच दी थी। पाकिस्तान के अखबार डॉन की खबर में कहा गया है कि मुख्य चुनाव की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय पीठ में आयुक्त (सीईसी) सिकंदर सुल्तान राजा ने घोषणा की और इस्लामाबाद के ईसीपी सचिवालय में फैसला सुनाया। जब इमरान खान सत्ता में थे और उनकी अरब देशों की यात्राओं के दौरान उन्हें उपहार मिले थे। इन उपहारों को सरकारी तोशाखाना में जमा कराना होता है।
हालांकि बाद में कुछ रकम देकर उन्हें खरीदा जा सकता है। इमरान ने भी नियमों के अनुसार ये तोहफे खरीद लिए थे। आरोप हैं कि इन उपहारों को बिना कोई रकम चुकाए, तोशाखाना से लिया गया था, साथ उन्हें बहुत अधिक कीमत पर बेच दिया था। वहीं कुछ बेहद महंगे उपहारों के बारे में सूचना नहीं दी थी और न ही उन्हें तोशाखाना में जमा कराया था। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के सांसदों की ओर से दायर याचिका पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने यह फैसला सुनाया। हालांकि इससे पहले आयोग ने मामले की सुनवाई के बाद 19 सितंबर को कार्यवाही के समापन पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
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