गाजीपुर : 2001 के चर्चित उसरी चट्टी कांड में नया मोड़ सामने आया है। 22 साल पुराने इस मामले में मुख्तार अंसारी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। मुख़्तार अंसारी के खिलाफ गाजीपुर की मुहम्मदाबाद कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। आईजीआरएस पर मिले प्रार्थना पत्र पर पुलिस ने यह एफआईआर दर्ज की है। उसरी चट्टी कांड में मृत मनोज राय के पिता के प्रार्थना पत्र पर यह कार्रवाई की गई है।
दरअसल, बक्सर के रहने वाले शैलेन्द्र राय के प्रार्थना पत्र पर मुख्तार समेत 5 पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। वर्ष 2001 में उसरी चट्टी कांड में 3 लोग मारे गए थे। मामले में बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह मुख्य आरोपी हैं। उसरी चट्टी कांड मामले में मुख्तार अंसारी वादी है और एमपी/एमएलए कोर्ट में विचाराधीन है। मृत मनोज राय के पिता का कहना है कि 22 साल पहले जब उनके बेटे की हत्या हुई थी, तब मुख्तार के खौफ की वजह से उन्होंने मुकदमा नहीं करवाया था, लेकिन अब जब परिस्थितियां बदली हैं तो उन्होंने उसरी चट्टी कांड मामले में एफआईआर दर्ज करवाई है।
शैलेन्द्र राय ने अपने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि 14 जुलाई 2001 को मुख्तार के खास करीबी लोग मनोज राय को अपने साथ मिलवाने के लिए लेकर गए। जबकि अगले दिन उन्हें उसरी चट्टी कांड में मनोज के मारे जाने की सूचना मिली। वर्ष 2001 में उसरी चट्टी कांड में मुख़्तार अंसारी पर हमला हुआ था। इस हमले में तीन लोग मारे गए थे, जिसमें मनोज राय भी शामिल था। शैलेंद्र राय के पिता का कहना है कि उनका बेटा मनोज राय मुख्तार के लिए ठेकेदारी का काम करता था, लेकिन फिर उसने अपने नाम से ठेकेदारी शुरू कर दी। इसी बात से नाराज होकर मुख़्तार ने उसकी हत्या करवा दी।
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