लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बेमौसम हुई बारिश से भले ही आम इंसान को गर्मी से राहत पहुंची है, लेकिन इस बरसात ने किसानों की कमर तोड़ दी है। इस बरसात ने सरसो, चना, आलू और टमाटर पर ज्यादा असर डाला है तो गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया है। जिसमें किसानों की मेहनत तो बर्बाद हुई है ही साथ ही उन्हें आर्थिक नुकसान भी पहुंचाया है। हालाकि सरकार ने इस मौसम बारिश में मृत किसानों के लिए 4 लाख का मुआवजा और अन्य किसानों के फसलों के नुकसान का रिपोर्ट बनाने का निर्देश दे दिया है।
बनारस में भी पिछले दो दिनों में आंधी के साथ जमकर बारिश हुई है, जिसमें ओलावृष्टि ने किसानों के लिए आग में घी का काम किया है। सरसो, चना, आलू, टमाटर पर खासा असर पड़ा है तो गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। बनारस के चिरईगांव, चौबेपुर, लोहता, जंसा, बड़ागांव में गेहूं का फसल दो से तीन तीन दिन में पूरी होकर कटने वाली थी, लेकिन इन्ही दो दिनों में बारिश से बरसे कहर ने गेंहू की फसल को 90 प्रतिशत तक बेकार कर दिया है। जिससे किसानों को खासा नुकसान पहुंचा है।
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वहीं उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मुख्यमंत्री योगी के निर्देश को बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने बेमौसम हुई बरसात में मृत किसानों के परिवार को 4-4 लाख का मुआवजा दिया है। वहीं जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है उनका निरीक्षण करवाया जा रहा है ताकि उनके नुकसान का आकलन मिल सके।