प्रयागराज: उमेश पाल मर्डर केस में आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है। इस केस में आरोपी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन अभी फरार है। यूपी पुलिस की ओर से शाइस्ता परवीन पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है, जबकि उसकी तलाश में यूपी एसटीएफ और जांच एजेंसियां जगह-जगह दबिश दे रही हैं। हालांकि इस दौरान जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है।
पुलिस ने शाइस्ता परवीन की फरारी में मदद करने वाले सात वकीलों और 20 अन्य मददगार को चिन्हित किया है। मददगार शाइस्ता परवीन को आर्थिक तौर पर भी मदद कर रहे हैं। उसको गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। फरार शाइस्ता के खिलाफ कुल चार मुकदमें दर्ज हैं। जिनमें से तीन धोखाधड़ी से जुड़े 2009 में दर्ज हुए थे, जबकि उसके खिलाफ चौथा केस इस साल दर्ज हुआ है। चौथा केस उमेश पाल हत्याकांड का 25 फरवरी को धूमनगंज थाने में दर्ज हुआ था। शाइस्ता परवीन के पिता हारून प्रदेश पुलिस में मुख्य आरक्षी थे। उसके दो भाइयों में से जकी अहमद अभी लखनऊ जेल में बंद है, जबकि दूसरा सबी मदरसे में शिक्षक है।
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सूत्रों की मानें तो शाइस्ता परवीन के मददगारों में सुधांशु त्रिपाठी उर्फ बल्ली पंडित, मोहम्मद नफीस, इरशाद उर्फ सोनू, अरशद, सुल्तान अली, बांदा का जफर अहमद खां, डॉ. शैला, असाद, नूर, मोहम्मद मुस्लिम, मोहम्मद राशिद उर्फ नीलू, आवेज अहमद, अशरफ का साला सद्दाम और आसिफ उर्फ मल्ली शामिल हैं। आर्थिक मददगारों में मोहम्मद मुस्लिम, असलम मंत्री और खालिद जफर शामिल हैं। गौरतलब है कि खालिद जफर अतीक अहमद की बहन का दामाद है और उसके घर भी ईडी की छापेमारी हो चुकी है।
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