लखनऊ: यूपी नगर निकाय चुनाव, कर्नाटक विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर देश की सियासत गर्मायी हुई है। जहां एक ओर विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने की बात कर रहा है, वहीं तमाम सियासी मसले भी उछाले जा रहे हैं। कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के मैनिफेस्टो में केंद्र द्वारा प्रतिबंधित PFI और बजरंग दल को बैन करने के ऐलान के बाद से पूरा माहौल ही बदल गया है। इस बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत तमाम जिलों में यूपी ATS ने रविवार को छापेमारी की।
राजधानी लखनऊ के बीकेटी के अचरामऊ गांव में रविवार को एटीएस ने छापेमारी की। बताया जा रहा है कि एटीएस ने पीएफआई से जुड़े 2 लोगों लिया हिरासत में लिया। यह भी कहा जा रहा है कि पिछली बार भी जब छापा पड़ा था तो ग्राम प्रधान मौके से फरार हो गया था। पीएफआई कनेक्शन पर एटीएस ने रिहाई मंच के अध्यक्ष मो शुएब को भी उठाया है। बताया जा रहा है कि शुएब को अमीनाबाद स्थित घर से उठाया गया है। परिजनों का कहना है कि शुएब का पीएफआई से कई कनेक्शन नहीं हैं।
सूत्रों के मुताबिक़ UP ATS ने लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, वाराणसी, आजमगढ़, सहारनपुर, गाजियाबाद और प्रदेश के अन्य शहरों में करीब 55 लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे PFI और अन्य आतंकी संगठनों से जुड़े होने की जानकारी हासिल की जा रही है। उनसे यह पूछा जा रहा है कि आप किस संगठन जुड़े थे और आपका बैंक अकाउंट डिटेल क्या हैं और आपके अकाउंट में जो ट्रांसक्शन हुए हैं वह कैसे हुए?
ऐसी ही महत्वपूर्ण खबरों के लिए लिंक पर क्लिक करें।