शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते तीन दिन से मॉनसून का रौद्र रूप दिख रहा है। हालात बेकाबू हो गए हैं। लगातार बारिश ने जल थल एक कर दिया है। हिमाचल में भारी वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार दोपहर तक मिली जानकारी के अनुसार, छह जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। बारिश की वजह से पिछले 24 घंटों में 15 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान भूस्खलन से छह नेशनल हाईवे सहित 828 सड़कें बंद हैं। इसी तरह 4686 बिजली ट्रांसफार्मर और 785 पानी की स्कीमें ठप्प हो गई हैं। मनाली, सोलन और रोहडू में बारिश ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश में लगातार तीसरे दिन से तेज बारिश का सिलसिला जारी है। भारी वर्षा से राज्य में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। व्यापक वर्षा को देखते हुए सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों में सोमवार और मंगलवार (10 और 11 जुलाई) के लिए अवकाश घोषित किया गया है। इसके अलावा हिमाचल हाईकोर्ट और सभी जिला अदालतों में भी सोमवार को अवकाश कर दिया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि अगले 24 घण्टों में भी भारी बारिश की आशंका है। छह जिलों चम्बा, कूल्लु, शिमला, सिरमौर, सोलन और मंडी में बाढ़ की चेतावनी दी गई है। जुलाई माह में पिछले 24 घंटों के दौरान मनाली, सोलन व रोहडू में बारिश ने पिछले 50 साल के रिकार्ड तोड़े हैं। शिमला जिले में कुल 9 लोगों की मौत हुई है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही भारी बारिश से जन-जीवन व्यापक तौर पर प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू राहत एवं बचाव कार्यो की स्वयं निगरानी कर रहे हैं और प्रदेश तथा जिला प्रशासन के साथ निरन्तर सम्पर्क में हैं, ताकि आपातकाल की स्थिति में लोगों को समय पर मदद पहुंचाई जा सके। रविवार को देर सायं मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों से बात की और संबंधित जिलों में हुए नुकसान का जायजा लिया तथा प्रभावितों को तुरन्त मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने तड़के सुबह चार बजे तक विभिन्न स्थानों में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव कार्यों पर नज़र बनाए रखी और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहे हैं।
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