लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में मानसून के इस मौसम में अभी तक औसत से कम बारिश दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ की ओर से उपलब्ध कराए गए ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के मुताबिक, मानसून की शुरुआत के बाद जून के पहले सप्ताह से 28 जुलाई तक उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 40 में औसत से कम बारिश हुई है। इन जिलों में से ज्यादातर पूर्वी यूपी के हैं।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कौशांबी, कुशीनगर और देवरिया में लंबी अवधि के औसत की तुलना में लगभग 70 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। वहीं, संत कबीर नगर, पीलीभीत, मिर्जापुर, श्रावस्ती, चंदौली, बस्ती और कुछ अन्य जिलों में लंबी अवधि के औसत से बहुत कम बारिश हुई है। बारिश की कमी से धान और मक्के की रोपाई की तैयारी कर रहे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि मेन्थॉल एक और फसल है, जिसे कम बारिश के कारण नुकसान होने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून के इस मौसम में यूपी के 18 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है, जबकि 17 जिलों में इस अवधि में औसत से अधिक पानी बरसा है।
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अगले 72 घंटे में पश्चिमी और पूर्वी यूपी के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है। आज 29 जुलाई शनिवार को भी मध्यम से भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को अमरोहा, औरैया, बदायूं, बागपत, बरेली, बिजनौर, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, मुरादाबाद, मुजप्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर, शामली, और आसपास के क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
ऐसी ही महत्वपूर्ण खबरों के लिए लिंक पर क्लिक करें।