डर्ना: लीबिया के डर्ना में बाढ़ से 6000 लोगों की मौत हुई है, जबकि 10000 से अधिक लापता हैं। अधिकारियों का मानना है कि ये मलबे में धंस गए हैं। बचावकर्मी इन्हें बचाने में जुटे हैं। वहीं, 30,000 से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया है। शवों को दफनाने के लिए पहाड़ी क्षेत्रों में खुदाई की जा रही है। इस्लामिक परम्परा के अनुसार, शवों को तीन दिन के भीतर दफनाया जाता है, इसलिए लोगों के अंतिम संस्कार को जल्दीबाजी में जैसे-तैसे दफनाया जा रहा है।

बता दें कि लीबिया में भयंकर बाढ़ से हुई भारी तबाही के कारण 6000 से अधिक लोगों की जान चली गई है। अधिकारियों के अनुमान के हिसाब से 10 हजार से ज्यादा लोग लापता हो सकते हैं। लीबिया के डर्ना में बाढ़ की वजह से 30,000 से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया है। यह तबाही तूफान डेनियल के कारण आई है। इस तबाही ने बचावकर्मियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। जीवित बचे लोगों को ढूंढने के लिए सड़कों और मलबे को हटाना काफी कठिन बन गया है। तूफान के कारण संचार भी बाधित हो रहा है।

सबसे बड़ी तबाही लीबिया के डर्ना में हुई है। इस शहर में लगभग 100,000 लोगों का घर है, जहां नदी तट पर कई बहुमंजिला इमारतें ढह गईं और बाढ़ के पानी में घर और कारें गायब हो गईं। डर्ना पहाड़ियों से घिरा हुआ है और गर्मियों में आमतौर पर सूखी नदी के तल से विभाजित होता है, लेकिन यह पानी की तेज धार में बदल गया है, जिसमें कई पुल भी बह गए। यह तबाही पूर्वी लीबिया के अन्य हिस्सों में भी मची है।

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