देवरिया : फतेहपुर में हुए सामूहिक हत्याकांड के बाद पूर्व सीएम व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 16 अक्तूबर को जिले में आएंगे। इस दौरान वह श्रद्धाजंलि सभा में भी शामिल होंगे। बता दें कि फतेहपुर गांव में प्रेम के मकान की पैमाइश के दौरान हंगामे के बाद धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं, बैरियाघाट से लेकर पैमाइश स्थल तक हंगामा करने वाले अराजक तत्वों की पहचान कर कार्रवाई में भी पुलिस-प्रशासन की टीम लगी है। गांव में किसी भी प्रकार की जुटान और धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है।
वहीं पूर्व जिला पंचायत सदस्य मृतक प्रेम यादव की पत्नी शीला ने कहा कि पुलिस कार्रवाई के चलते भय का माहौल बन गया है। हमारे पति को जानने वालों की इच्छा होने के बावजूद भी गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है। लोग फोन करके बता रहे हैं कि धारा 144 का हवाला देकर न पहुंच पाने का खेद जता रहे हैं। पत्नी ने मांग किया है कि मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए हिंदू रीति रिवाज से पति का ब्रह्मभोज कराने में मदद करें। जबकि दूसरी तरफ उसने कहा कि प्रशासन की पैमाइश के बाद आए एकपक्षीय फैसले से बच्चे दहशत में हैं। अगर मकान पर बुलडोजर चल गया तो हम बर्बाद हो जाएंगे। एक तो पति की हत्या होने तो दूसरी तरफ छत भी गिर जाएगा तो मेरी दुनिया ही उजड़ जाएगी। कम से कम प्रशासन और शासन को हमारे ऊपर विचार करना चाहिए। मेरे मासूम बच्चे और मैं कहां जाऊंगी। अब तो पति भी नहीं रहे।
उधर, फतेहपुर सामूहिक हत्याकांड के आरोपियों की मकान पर बुलडोजर चलाने का तहसीलदार ने बुधवार को अंतिम फैसला दे दिया। उन्होंने सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से मकान और बाउंड्रीवाल बनाकर काबिज मृतक पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव के पिता अभयपुर गांव के रामभवन, गोरख और परमहंस पर जुर्माना लगाकर बेदखली का आदेश जारी कर फाइल दाखिल दफ्तर कर दिया।
बता दें कि देवरिया जिले में रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के फतेहपुर गांव में 2 अक्तूबर को सुबह छह बजे जमीन के विवाद में एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य की धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई। इससे गुस्साएं पूर्व जिला पंचायत सदस्य के पक्ष के लोग दूसरे पक्ष के घर में घुसकर पति, पत्नी और उसकी तीन संतानों को गोली मारकर और धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी, जबकि एक बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया।
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